भारत में 2022 के टॉप 5 एथेनॉल स्टॉक | Top 5 Ethanol Stocks in India by 2022

टॉप 5 एथेनॉल स्टॉक: पिछले एक वर्ष की बात की जाए तो जुलाई, 2022 तक में प्राज इंडस्ट्रीज जैसे इथेनॉल शेयरों में 104% की वृद्धि हुई है। लोकप्रिय इथेनॉल स्टॉक है जो पिछले एक साल (जुलाई, 2022 तक) में 269% बढ़ा है। द्वारिकेश शुगर इंडस्ट्रीज लिमिटेड भी एक प्रिय इथेनॉल स्टॉक है, जिसने पिछले एक वर्ष (जुलाई, 2022 तक) में 263% की वृद्धि की है।

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आपको क्या लगता है क्या ये अस्थायी उछाल है, क्या ये इथेनॉल स्टॉक इस बढ़त को आगे बनाने में भी सक्षम रहेगा? यदि हां, तो फिर प्रश्न उठता है कि भारत में सबसे आशाजनक इथेनॉल स्टॉक कौन से हैं जो आपकी जानकारी में जरूर होने चाहिए? अतः ये कुछ ऐसे सवाल हैं जिनका उत्तर हम इस आर्टिकल में भारत में इथेनॉल स्टॉक पर ढूडने की कोशिश करेंगे। और ये भी जानेंगे कि वो कोनसे टॉप 05 एथेनॉल स्टॉक्स है जो बहुत अच्छे रहेंगे।

एथेनॉल क्या है और कैसे बनता है?

एथेनॉल एक नवीकरणीय ईंधन है, जिसे पौधों की सामग्री जिसका नाम है बायोमास, से बनाया जाता है। एथेनॉल को ईंधन के रूप में उत्पादन के लिए पेड़, घास, खाद्यान, चूरा, कृषि और वानिकी अवशेष आदि का प्रयोग किया जाता है। लेकिन एथेनॉल ईंधन बनाने का सबसे आसान तरीका ज्वार, जौ, चुकंदर,गन्ना, मक्का, इत्यादि जैसी उच्च चीनी सामग्री वाली फसलों का उपयोग करना होता है।

पहले चीनी कंपनियां गन्ने से रस निकालती थीं और गन्ना बेकार चला जाता था। लेकिन अब, इस बचे माल को एथेनॉल बनाने के लिए भट्टियों के माध्यम से प्रोसेस किया जाता है। इसलिए, चीनी कंपनियां एथेनॉल के उत्पादन के लिए महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती हैं।

अच्छी खबर यह है कि भारत में गन्ने का उत्पादन साल दर साल बढ़ रहा है। वर्ष 2017 में, भारत की गन्ने की वार्षिक उत्पादन 69 मीट्रिक टन प्रति हेक्टेयर रहा था। वर्ष 2021 में यह बढ़कर 82 मीट्रिक टन प्रति हेक्टेयर हो गया। यहाँ गन्ने के उत्पादन में 3.51% वार्षिक वृद्धि का महत्वपूर्ण योगदान दिया।

टॉप 5 एथेनॉल स्टॉक

टॉप 5 एथेनॉल स्टॉक #1: आईएसजीईसी हेवी इंजीनियरिंग लिमिटेड।

ISGEC हेवी इंजीनियरिंग लिमिटेड एक महत्वपूर्ण एथेनॉल स्टॉक है जो 2022 में जिसने सबसे ज्यादा सुर्खिया बटोरी। ISGEC में चीनी संयंत्रों, डिस्टिलरी, बॉयलर आदि के निर्माण का कार्य होता है। कंपनी ने पिछले वर्ष में कुल 248 करोड़ का राजस्व अर्जित किया जो उससे पिछले साल का 71% वृद्धि के साथ है। राजस्व की बात की जाये तो मार्च 2021 में चीनी क्षेत्र से कंपनी का राजस्व 34% है। उससे पिछले साल मार्च 2020 में यह केवल 5% रहा था। इसने पिछले तीन साल में 10% आरओई दिया है।

जुलाई, 2022 तक आईएसजीईसी हेवी इंडस्ट्रीज लिमिटेड की प्रमुख वित्तीय स्थिति

मार्केट कैप (करोड़):  4,092 रुपये
 1 ईपीएस (₹): 18.31
बुक वैल्यू (₹): 277
 ROCE (%): 14.5
डेट टू इक्विटी: 0.52
स्टॉक पी/ई:29.7
आरओई (%): 13
डिविडेंड यील्ड (%):0.53

टॉप 5 एथेनॉल स्टॉक #2: प्राज इंडस्ट्रीज लिमिटेड।

 टॉप 5 एथेनॉल स्टॉक में सबसे आशाजनक इथेनॉल स्टॉक में से एक है। यह घरेलू एथेनॉल संयंत्र और डिस्टिलरीज स्थापना व्यवसाय में एक बड़ी मछली है। 70 से अधिक देशों में 750 से अधिक कम्पनीज के साथ कंपनी की अंतरराष्ट्रीय पैठ भी है।

प्राज इंडस्ट्रीज IOCL के लिए भारत की पहली दूसरी पीढ़ी के एथेनॉल संयंत्र को लॉन्च करने की प्रिक्रियाधीन में है। कंपनी ने अपनी पेटेंट तकनीक लॉन्च की है, जिससे इसे 12 महीने तक गन्ने के रस को स्टोर किया जा सकेगा। ऐसे में चीनी कंपनियां साल भर एथेनॉल का उत्पादन और प्रोसेस कर सकेंगी। कंपनी पिछले साल 11 इथेनॉल योजनाओं को चालू करने में भी कामयाब रही।

मार्च 2021 तक, कंपनी का शुद्ध मुनाफा मार्च 2020 में 70 करोड़ रुपये से बढ़कर लगभग 16% हुआ। जो मार्च 2021 में 81 करोड़ रुपये हो गया था। इसने पिछले तीन वर्षों में 9% का ROE उत्पन्न किया है। पिछले एक साल में, प्राज इंडस्ट्रीज के शेयर की कीमत में 105% का उछाल मारा है।

13 अप्रैल, 2022 तक प्राज इंडस्ट्रीज की प्रमुख वित्तीय स्थिति

मार्केट कैप (करोड़):  7,831 रुपये
 1 ईपीएस (₹):7.88
बुक वैल्यू (₹):44.6
 ROCE (%):15.2
डेट टू इक्विटी:0.02
स्टॉक पी/ई:46.4
आरओई (%):10.6
डिविडेंड यील्ड (%):0.50

टॉप 5 एथेनॉल स्टॉक #3: द्वारिकेश शुगर इंडस्ट्रीज लिमिटेड

यह कंपनी चीनी, बिजली, एथेनॉल और सैनिटाइज़र क्षेत्र के निर्माण में शामिल है। यह एथेनॉल उधोग में भी भारी निवेश कर रही है। इसने पिछले साल ही उत्तर प्रदेश में एक नए इथेनॉल संयंत्र की घोषणा की।

वित्त वर्ष 2020-21 में इसने इथेनॉल कारोबार से 16,067 करोड़ रुपये की आय अर्जित की। यह पिछले तीन वर्षों में 18% का ROE उत्पन्न करने में सफल रहा है।

13 अप्रैल, 2022 तक द्वारिकेश शुगर इंडस्ट्रीज लिमिटेड की प्रमुख वित्तीय स्थिति

मार्केट कैप (करोड़):  2,515 रुपये
 1 ईपीएस (₹):7.64
बुक वैल्यू (₹):33
 ROCE (%):13.3
डेट टू इक्विटी:0.45
स्टॉक पी/ई:16.2
आरओई (%):17.2
डिविडेंड यील्ड (%):1.46

टॉप 5 एथेनॉल स्टॉक #4: बलरामपुर चीनी मिल्स

भारत की सबसे बड़ी चीनी कंपनियों में से एक बलरामपुर चीनी मिल्स लिमिटेड 9,882 करोड़ रुपये (जुलाई, 2022 तक) के बाजार पूंजीकरण के साथ है। उत्तर प्रदेश में 10 विनिर्माण संयंत्रों को चला रहे है। इनकी चार भट्टियों की संयुक्त क्षमता 520 केएलपीडी है। कंपनी के कुल राजस्व में डिस्टिलरी व्यवसाय का अंशदान 10% है। जनवरी 2021 में, इसने अपने डिस्टिलरी व्यवसाय को बढ़ाने के लिए लगभग 2 बिलियन रुपये का निवेश किया।

13 अप्रैल, 2022 तक बलरामपुर चीनी मिल्स लिमिटेड की प्रमुख वित्तीय स्थिति

मार्केट कैप (करोड़):  9,933 रुपये
 1 ईपीएस (₹):22
बुक वैल्यू (₹):126
 ROCE (%):16.5
डेट टू इक्विटी:0.12
स्टॉक पी/ई:20.8
आरओई (%):18.8
डिविडेंड यील्ड (%):0.50

टॉप 5 एथेनॉल स्टॉक #5. श्री रेणुका शुगर्स

अगला एथेनॉल स्टॉक श्री रेणुका शुगर्स (एसआरएस) है। अपनी सहायक केबीके केम इंजीनियरिंग के द्वारा टर्नकी डिस्टिलरी, एथेनॉल और कुछ चीनी प्रक्रिया उपकरण और जैव ईंधन संयंत्र समाधान भी प्रदान करता है। यह कंपनी एक कृषि-व्यवसाय और जैव-ऊर्जा कंपनी है जो चीनी निर्माण, शोधन, व्यापार और एथेनॉल उत्पादन के व्यवसाय में कार्यरत है।

जून 2021 में, कंपनी ने घोषणा की गयी थी कि वह अपनी इथेनॉल क्षमता को 970 KLPD (प्रति दिन किलोलीटर) से बढ़ाकर 1,400 KLPD करने के लिए 4.5 बिलियन रुपये का निवेश करने वाली है। फरवरी 2021 में, बोर्ड ने 720 KLPD से 970 KLPD तक इसकी क्षमता विस्तार को मंजूरी दी गयी थी।

एसआरएस अब विल्मर इंटरनेशनल (डब्ल्यूआईएल) की सहायक कंपनी है। यह WIL पाम ऑयल के सबसे बड़े वैश्विक प्रोसेसर और व्यापारियों में से एक है। पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही के दौरान इसने 1.1 अरब रुपये का शुद्ध लाभ अर्जित किया था।

सरकार के वित्तीय प्रोत्साहन और एथेनॉल की मांग में समग्र वृद्धि के साथ, भारतीय एथेनॉल कंपनियां आने वाले वर्षों में डार्क हॉर्स साबित हो सकती हैं। अतः आप इनमे इन्वेस्ट के लिए सोच सकते हैं।

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