पैसो से जुड़े बदले 5 नियम 1 अक्टूबर 2021 से। क्या आप जानते हैं ?
1 अक्टूबर 2021 से बैंक, पेंशन, चेक बुक, एटीएम और निवेश से जुड़े नियमों में बदलाव हो रहा है। ये बदलाव हर आदमी से जुड़े हुए हैं। इसका सम्बन्ध बैंक और निवेश से रहा है। बैंक, पेंशन, चेक बुक , एटीएम और निवेश से हर आदमी जुड़ा हुआ है, इसमें बदलाव आपके दैनिक जीवन में बदलाव जैसा है। चलिए जानते हैं कि किसमे क्या बदलाव हुए हैं।
[lwptoc]
ऑटो डेबिट का बदला नियम
इसके अंतर्गत बैंक और फाइनेंसियल इस्टीटूशन ने ऑटो डेबिट का एक नया रूल 1 अक्टूबर, 2021 से लागू किया है। इस नये रूल के अंतर्गत बैंक या वित्तीय संस्थानों को 5000 रूपये से अधिक की राशि की क़िस्त या बिल पेमेंट पर अब ग्राहकों या यूजर्स से परमिशन लेनी होगी। पहले ये राशि बैंक या वित्तीय संस्थान ऑटो डेबिट कर लेते थे, जिसकी जानकारी बाद में यूज़र्स को मिलती थी। अब नए रूल के हिसाब से बैंक या वित्तीय संस्था को ग्राहक से पूछना होगा।
म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश का नया नियम
ये नया नियम सिर्फ म्यूच्यूअल फण्ड हाउस के जूनियर कर्मचारी के लिए है। नए नियम के अनुसार म्यूच्यूअल फण्ड हाउस के जूनियर कर्मचारियों की सैलरी का 10 परसेंट हिस्सा 1 अक्टूबर 2021 से म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश करना होगा।
इससे म्यूच्यूअल फण्ड निवेश के लिए आम जनता का विश्वाश जागेगा। इसके साथ ही जूनियर कर्मचारियों से इससे फायदा होगा। इस नियम के अगले चरण में मतलब 1 अक्टूबर 2023 तक ये निवेश बढ़ाकर 20 परसेंट कर दिया जायेगा।
आपका डीमैट अकाउंट बेकार हो सकता है अगर ये न किया तो
1 अक्टूबर 2021 से आपका डीमैट अकाउंट बेकार हो सकता है अगर अपने अभी तक उसकी KYC नहीं की है तो। KYC एक बहुत ही जरुरी प्रिक्रिया है इसलिए आपको ट्रेडिंग चालू रखने के लिए अपनी KYC जरूर करा लें। सेबी ने पहले इसके लिए 30 जुलाई की लास्ट डेट दी थी फिर उसे बढ़ाकर 30 सितम्बर कर दी थी। डीमैट अकाउंट इनवैलिड होने पर आप ट्रेडिंग नहीं कर पाएंगे।
3 बैंक के चेक बुक अब नहीं चलेंगे
1 अक्टूबर 2021 से 3 बैंक के चेक बुक अब नहीं चलेंगे। ये बैंक वो बैंक है जो किस बड़ी बैंक में मर्ज़ हो चुके हैं। इन तीन बैंकों में ओरिएण्टल बैंक ऑफ़ कॉमर्स (OBC), इलाहाबाद बैंक और यूनाइटेड बैंक ऑफ़ इंडिया हैं। इलाहाबाद बैंक का विलय इंडियन बैंक में तथा OBC और UBI का विलय पंजाब नेशनल बैंक में हुआ है। इन बैंकों की पुरानी चेक बुक अब मान्य नहीं होगी इसलिए आप मर्जर बैंक की नई चेक बुक ISSUE करायें।
पेंशन नियम में बदलाव
देश के सभी बुजुर्ग जिनकी आयु 80 या 80 से ऊपर है वे सभी देश के सभी प्रधान कार्यालयों के जीवन प्रमाण केंद्रों में डिजिटली जीवन प्रमाण पत्र अब जमा करा सकते हैं। पेंशन प्राप्त करने के लिए संवितरण एजेंसी में व्यक्तिगत रूप से उपस्थित रहना और जीवन प्रमाण-पत्र प्राप्त करना ही पेंशनभोगियों के लिए सबसे बड़ी समस्या है।
यह भी देखा गया है कि इसके कारण ऐसे पेंशनभोगियों को समस्या होती है जो वृद्ध और शारीरिक रूप से कमज़ोर हैं। वे सभी जीवन प्रमाण-पत्र प्राप्त करने के लिए हर समय प्रमाणन प्राधिकारी के समक्ष व्यक्तिगत रूप से उपस्थित नहीं रह सकते। इसके साथ ही बहुत से सरकारी कर्मचारी सेवानिवृत्ति के बाद अपने परिवार के साथ रहने के लिए एवं कई अन्य कारणों से कहीं और रहने लगते हैं, जिसके कारण पेंशन प्राप्त करने में उन्हें कई मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।
जीवन प्रमाण– बाहरी वेबसाइट जो एक नई विंडो में खुलती है, भारत सरकार की पेंशनभोगी डिजिटल जीवन प्रमाण-पत्र– बाहरी वेबसाइट जो एक नई विंडो में खुलती है, योजना का उद्देश्य जीवन प्रमाण-पत्र प्राप्त करने की पूरी प्रक्रिया को डिजिटल बनाकर इसे आसान बनाना है।
इसका लक्ष्य जीवन प्रमाण-पत्र की पूरी प्रक्रिया को पेंशनभोगियों के लिए सुविधाजनक और आसान बनाना है। इस पहल के द्वारा अब पेंशनभोगियों को संवितरण एजेंसी और प्रमाणन प्राधिकारी के समक्ष व्यक्तिगत रूप से उपस्थित नहीं रहना होगा जो उनके लिए लाभदायक है एवं इस तरह उन्हें अनावश्यक बाधाओं का सामना भी नहीं करना पड़ेगा। इसके लिए अभी 30 नबम्बर तक समय दिया गया है।
हमारे और आर्टिकल पढ़ सकते हैं –
SIP क्या है ? सिप इन्वेस्टमेंट और कैलकुलेट कैसे करें ? जानिये !
म्यूच्यूअल फंड्स क्या है ? इंडिया के टॉप परफार्मिंग म्यूच्यूअल फंड्स