SIP क्या है ? सिप कैलकुलेट कैसे करें ? इन्वेस्टमेंट कहाँ करें? जानिये !

SIP (systematic investment plan) म्यूच्यूअल फण्ड में इन्वेस्ट करने के लिए सबसे बेस्ट इन्वेस्टमेंट प्लान है। अब आप सोच रहे होंगे कि सबसे बेस्ट इन्वेस्टमेंट प्लान है तो वो कैसे।  इस आर्टिकल में हम सिप क्या है ? सिप कैलकुलेट कैसे करें ? इन्वेस्टमेंट कहाँ करेंगे ? की पूरी जानकारी लेंगे। आपने धोनी, तेंदुलकर को म्यूच्यूअल फंड्स में इन्वेस्टमेंट और SIP प्लान को लेने के लिए विज्ञापन करते हुए जरूर देखा होगा।  म्यूच्यूअल फण्ड क्या है ? इसके लिए हमने पिछले आर्टिकल में पूरा बताया है। आप उस आर्टिकल को यहाँ से पढ़ सकते हैं – म्यूच्यूअल फंड्स क्या है ? इंडिया के टॉप परफार्मिंग म्यूच्यूअल फंड्स आज हम सिप के वारे में पूरी जानकारी लेते हैं।

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SIP (systematic investment plan) क्या है 

 लोग जो एक साथ एक मुस्त में पैसा इन्वेस्ट नहीं कर सकते। सिप के जरिये धीरे-धीरे कुछ पैसे इन सिप फण्ड में इन्वेस्ट कर सकते है। इसमें सप्ताह, महीने, साल आपके अनुसार EMI  लेकर इन्वेस्ट कर सकते हैं। SIP में आप एक निश्चित समय में एक निश्चित अमाउंट पर कम से कम 500 रूपये के साथ शुरू कर सकते है। आप इसको इस तरह समझ सकते हैं –

साहिल ने होम लोन लिया 20 लाख रूपये का। उस लोन की EMI छोटे अमाउंट के तौर पर उसे 10 हज़ार रूपये हर महीने 20 साल तक भरनी होगी। अगर देखा जाए तो 20 साल में आप 24 लाख रूपये आपको देने होंगे जिसमें 4 लाख रूपये इंटरेस्ट का EMI के साथ जुड़ा होगा। इसी तरह साहिल 10 हज़ार महीने के साथ 20 साल के लिए SIP में इन्वेस्ट करता है तो आपके 24 लाख आप इन्वेस्ट करते हैं लेकिन आपको मिलने वाला अमाउंट SBI SIP के अनुसार 1 करोड़ होगा जो  24 लाख से बहुत ज्यादा होगा क्योंकि उसमें चक्रवृद्धि व्याज़ आपको उस अमाउंट के साथ मिलेगा। ये SIP की ताकत है।

SIP कैलकुलेटर क्या है 

SIP कैलकुलेटर एक ऐसा टूल है जिसमे म्यूच्यूअल फण्ड में अपनी इन्वेस्टमेंट को टाइम अवधि के साथ मिलकर एक फाइनल अमाउंट की गरणा कर सकते हैं। इस टूल के जरिये आप अपनी इन्वेस्टमेंट को मैनेज कर सकते हैं। साथ ही ये भी देख सकते हैं की कोनसा म्यूच्यूअल फण्ड ज्यादा बेहतर रहेगा। SBI म्यूच्यूअल फण्ड कैलकुलेटर के लिए आप इस बटन पर क्लिक कीजिये। [su_button url=”https://www.sbimf.com/en-us/financial-planning-calculators/sip-calculator” target=”blank” style=”3d”]SBI MUTUAL FUND SIP CALCULATOR [/su_button]

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 कैसे शुरू करें SIP 

SIP को शुरू करने के लिए आपको निम्न चरणों में काम करना होगा जो निम्नलिखित है –

1. SIP की जरूरत क्यों 

सबसे पहला कदम सिप के लिए ये ही होगा कि हमें SIP की जरुरत क्या है ? हम किन उदेश्यों को पूरा करना चाहते हैं ? SIP एक इन्वेस्टमेंट प्लान है।  ये लंबे अवधि के लिए होती है। अगर आप अपना फ्यूचर या फाइनेंसियल फ्री होना चाहते हो। अगर आपकी जरुरत सिर्फ शिक्षा या शादी है तो आपको उसके हिसाब से अवधि और इनवेस्टेड रकम का चुनाव करना होगा। आपको पहले उदेश्यों का निर्धारण करना होगा फिर उसके हिसाब से ही सिप को चुनना होगा।

2. SIP कैलकुलेटर उपयोग में लाना 

दूसरा चरण में आपको कितनी रकम कितने टाइम के बाद कितना अमाउंट बनाकर देगी, यह तय करना होगा । इससे आपको अपने पैसो के हिसाब से इन्वेस्टमेंट और इन्वेस्टमेंट रिटर्न दोनों के ही बारे में जानकारी SIP कैलकुलेटर से मिलेगी। अपने उद्देश्यों की पूर्ती के लिए ये सबसे अच्छा तरीका है।  SIP कैलकुलेटर से एक अनुमान लग जाता है, हमें कब और कितना और कब तक इन्वेस्ट करने की जरुरत है।

3.  बेस्ट SIP का निर्धारण 

सबसे जरुरी चरणों में से एक सिप का निर्धारण करना होता है। आपके व्यक्तिगत उद्देश्यों की पूर्ती के हिसाब से और पूँजी के उचित निर्धारण को ध्यान में रखते हुए आपको सिप का चुनाव करना होता है। आपको इस बात पर भी सोचना होता है कि जिस सिप को ले रहे हैं, उसका मौजूदा हालात कैसे हैं। उसकी पिछली पृष्ट्भूमि कैसी रही है और वो आगे चलकर कैसा परफॉर्म करेगी। ज्यादातर देखा गया है कि सिप के अंतर्गत इक्विटी फण्ड को तवज्जो दी जाती है क्योंकि वो अच्छा परफॉर्म करती हैं। लोग म्यूच्यूअल फण्ड वितरकों जिनके खुद के फण्ड हाउसेस होते है। वे लोग उनकी राय के हिसाब से सिप का निर्धारण करते हैं। फण्ड वितरकों को सबसे अच्छा माना गया है।

4. KYC करना 

 इन्वेस्ट करने से पहले आपको KYC करना होता है । KYC के माध्यम से आपकी सारी जानकारी कंपनी को मिलती है। KYC कंपनी अपने फण्ड लेने से पहले करती है। इसमें सही जानकारी देना आपका दायित्व होता है।

5. आपका निवेश और मार्केट के उतार-चढ़ाव 

मार्केट में आये दिन उतार-चढ़ाव होना एक आम बात है। कभी किसी स्टॉक में उछाल आता है, कभी कोई स्टॉक गिर जाता है। ऐसे में आपको सिप करते समय इस उतार-चढ़ाव की सही जानकारी के साथ इन्वेस्ट करना चाहिए। आपको अपने पोर्टफोलियो को ध्यान से ऑब्ज़र्व करना चाहिए। उसके हिसाब से सिप को रिबैलन्स  करना चाहिए।

SIP ऑनलाइन कैसे खरीदें 

सिप ऑनलाइन खरीदने के लिए बहुत से ऑनलाइन पोर्टल हैं। आप सीधे ही किसी भी वितरक या फण्ड हाउसेस से  संपर्क कर सकते हैं। आप फण्ड हाउसेस में सीधे उनकी सिप में इन्वेस्ट कर सकते हैं। आपको कुछ डॉक्यूमेंट की जरुरत होगी जो KYC को कम्प्लीट करने में काम आएगा। नीचे दिए गए दिए गए स्टेप्स को फॉलो करें –

  1. निम्न डॉक्यूमेंट अपने पास रखें –   (1)आधार कार्ड  (2 ) पैन कार्ड  (3 ) चेक बुक (4 ) पासपोर्ट साइज फोटो (5 ) बैंक पास बुक
  2. KYC का पालन करें।
  3. फण्ड हाउस की वेबसाइट पर जाकर अपने पसंद के सिप का चुनाव करें।
  4. REGISTER पर क्लिक करें।
  5. सभी पर्सनल डिटेल्स को भरें।
  6. यूजर नाम और पासवर्ड का चुनाव करें।
  7. बैंक डिटेल्स को भरें जिसमें से सिप की इन्सटॉलमेंट काटी जाएगी।
  8. यूजर नाम और पासवर्ड के साथ लॉगिन करने के बाद अपनी सिप स्कीम को चुने।
  9. फण्ड हाउस से कन्फर्म होने के बाद आप अपना इन्वेस्ट शुरू करें।
  10. सिप को शुरू करने के लिए 30 से 40 दिन का टाइम लगता है।

SIP निवेश से बड़ी राशि कैसे बनायें 

जब आप सिप में इन्वेस्ट करते हैं,आपको कुछ यूनिट्स अलॉट किये जाते हैं। ये यूनिट्स ही आपकी पूँजी होती है। इसे इस तरह समझ सकते हैं, जैसे – एक म्यूच्यूअल फण्ड हाउस के एक सिप की NAV (NET ASSET VALUE) 50 रूपये है। आपने उसकी 20 यूनिट खरीद ली जिसकी कीमत आपको 1000 रूपये पड़ी। कुछ टाइम बाद उसी फण्ड की उसी सिप की NAV 100 रूपये हो जाती है। अब आपकी सिप की कुल कीमत 2000 रूपये हो गयी। इसी तरह से इन्वेस्टमेंट SIP के अंदर बढ़ता जाता है,आपकी इन्वेस्टमेंट बढ़ती जाती है। साथ ही इन इन्वेस्टमेंट पर व्याज भी मिलता है।  टाइम के साथ ये आपकी इन्वेस्टमेंट के साथ जुड़ता रहता है। 20 से 30 साल के लगातार इन्वेस्ट करने के बाद ये पैसा बहुत बड़ी राशि में बदल जाती है।

बेस्ट SIP प्लान 

  • स्टार्ट सिप
  • Axis midcap फण्ड
  • कोटक स्मॉलकैप फण्ड
  • HDFC स्मॉलकैप
  • मिरे एसेट एमर्जिंग bluechip
  • BOI AXA टैक्स एडवांटेज

SIP के फायदे और नुकसान 

SIP में इन्वेस्ट करने से कुछ फायदे और नुकसान कुछ इस तरह हैं –

फायदे 

  • निवेशक वॉरेन वफ़ेट ने 15 साल की उम्र से निवेश करना चालू कर दिया था। 60 वर्ष की उम्र तक आते-आते वो टॉप 10 अमीरों में थे। ये कम्पाउंडिंग इन्वेस्टमेंट का ही कमाल था।
  • SIP में निवेश करने पर यूनिट आपको अलॉट होती है, वो बाजार के उतार-चढ़ाव से अलॉट होती है। अगर किसी यूनिट में तेजी है तो वो यूनिट कम अलॉट होगी। अगर किसी यूनिट में मंदी है तो वो यूनिट ज्यादा अलॉट होगी। इस तरह एक सामंजस्य चलता है।  इससे निवेशक को फ़ायदा होता है।
  • SIP में निवेश करते वक़्त आपको इस बात का अंदाज़ा हो जाता है, कि एक नियमित अंतराल के बाद आपको कितना पैसा इन्वेस्ट करना होता है। छोटे -छोटे  इन्सटॉलमेंट से आप वक़्त के साथ बड़ी राशि तैयार कर लेते है।
  • इसमें कम्पाउंडिंग इंट्रेस्ट का रिटर्न मिलता है। जैसे- आज अपने एक साल में 50 हज़ार का इन्वेस्ट किया। साल भर में बढ़कर 60 हज़ार हो जाता है।   नेक्स्ट जो इंट्रेस्ट मिलेगा वो 60 हज़ार की धनराशि पर मिलेगा। इस तरह पैसा लम्बे टाइम में काफी बड़ा अमाउंट बन जाता है।
  • आपकी बाजार के हिसाब से NAV वैल्यू बढ़ती रहती है।

नुकसान 

  • सिप प्लान के अकॉर्डिंग आपको पैसा जरूर जमा होता है इसमें कोई किन्तु-परन्तु नहीं चलता।
  • इन्सटॉलमेंट miss होने पर नुकसान का सामना करना पड़ता है।
  • बाजार के अधिक उतार-चढ़ाव होने पर कम लाभ होता है।
  • इसमें पैसे कम टाइम के लिए इन्वेस्ट करने पर आपको ज्यादा फ़ायदा नहीं होता।
  • हर बार आपके पैसे पर अच्छा रिटर्न ही आये, ये जरुरी नहीं।

निष्कर्ष 

  •  सिप एक बहुत फायदे की इन्वेस्टमेंट है। स्टॉक की तरह इसमें उतना रिस्क नहीं होता।
  • ये मार्केट के उतार-चढ़ाव पर आधारित होता है।
  • सिप में इन्वेस्टमेंट लम्बे समय के लिये बिना किसी इन्सटॉलमेंट मिस किये करनी होती है।
  • कुछ सालों में ही आपका पैसा एक मुस्त अमाउंट बहुत बड़ा हो जाता है।
  • आपका फ्यूचर तो इससे अच्छा होता ही है। आपकी सारी जरूरतें भी इसमें पूरी हो जाती है।
  • अगर कोई फाइनेंसियल फ्री होना चाहता तो इन्वेस्टमेंट करें।

FAQ 

Q 1. SIP को शुरू करने के लिए कितनी रकम चाहिए ?

ANS. सिप को शुरू करने के लिए कम से कम 500 रूपये की जरुरत होती है।

Q 2. सिप में रकम को घटाने और बढ़ाने का विकल्प होता है क्या ?

ANS. हाँ जी, निवेशक अपने मर्जी के हिसाब से रकम को घटा और बढ़ा सकते है।

Q 3. सिप बंद कैसे होती है ?

ANS. दीर्घकालीन इन्वेस्टमेंट में आपको सिप को बंद कराने की जरुरत नहीं पड़ती। एक बार आपका निवेश पूरा होने के बाद आपको फण्ड हाउस में सूचना देनी  पड़ती  है।

Q 4. म्यूच्यूअल फण्ड या स्टॉक मार्किट किसमे इन्वेस्ट करना ज्यादा अच्छा है ?

ANS. ये आपकी जानकारी के ऊपर निर्भर करता है। आपको स्टॉक मार्केट की अच्छी जानकारी होनी चाहिए । उसमे रिस्क सिप के मुक़ाबले ज्यादा होता है, रिटर्न भी अधिक मिलने के चांसेस होते हैं। सिप में रिस्क कम होता है।  रिटर्न दीर्घकालीन अवधि में दिखता है।

Q 5. निवेशक निवेश राशि और दिनांक तय करते है क्या ?

ANS. जी हाँ, निवेश करने से पहले ही निवेशक को इस बात को सिप कैलकुलेटर की मदद से जान लेना चाहिए।  उसी के हिसाब से निवेश राशि और दिनांक को तय करना चाहिए।

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