उच्च रिटर्न देने वाले भारत के 5 बेस्ट इन्वेस्टमेंट प्लान
भारत में मध्यम वर्गीय परिवार घर की जरूरतों में जीता है। बच्चों की पढ़ाई, बेटी की शादी, सबका फ्यूचर इन सबके बीच अटका रहता है। ये परिवार बचत करता है और उस बचत को अपनी बैंक अकाउंट में रखता है। सच तो ये है कि मध्यम वर्गीय परिवार इन्वेस्टमेंट से डरता है। उसका डर जायज भी है, क्योंकि बड़ी मुश्किल से वो पैसा जमा करता है, जो उसके सपने को जीने के लिए होते हैं। पिछले कुछ सालों में भारत में बदलाव हुआ है। नई पीढ़ी इस डर को खत्म कर रही है और वो पैसा इन्वेस्ट कर रही है। धीरे-धीरे उन्हें इन्वेस्टमेंट की वैल्यू समझ आ रही है। बैंक अकाउंट में पैसा बेकार में रखने के बजाय उसे म्यूच्यूअल फण्ड, स्टॉक,इक्विटी और तरह-तरह की स्कीम में इन्वेस्ट करने से है। कौनसा इन्वेस्टमेंट आपके लिए है ? चलिए जानते है, इस आर्टिकल में बेस्ट इन्वेस्टमेंट प्लान क्या हैं –
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रिस्क फैक्टर के आधार पर इन्वेस्टमेंट करना
रिस्क फैक्टर के आधार पर इन्वेस्टमेंट किया जाता है। जितना ज्यादा रिस्क उतना ही ज्यादा रिटर्न। कुछ लोग उस रिस्क को उठाते हैं और कुछ नहीं। चलिए जानते है रिस्क फैक्टर के आधार पर इन्वेस्टमेंट कितने प्रकार की होती है।
1 . हाई रिस्क इन्वेस्टमेंट
जैसा की हम पहले से जानते हैं कि जितना ज्यादा रिस्क उतना ही ज्यादा रिटर्न। हाई रिस्क इन्वेस्टमेंट में हमारा रिस्क ज्यादा रहता है लेकिन रिटर्न भी ज्यादा ही मिलता है। इस तरह का इन्वेस्टमेंट आम जानकारी के आधार पर नहीं किया जा सकता क्योंकि पैसे डूबने के चांस रहता है। इस इन्वेस्टमेंट के लिए आपको पहले बाजार की अच्छी जानकारी या जो इसमें जानकारी रखता हो उसकी राय लेनी होगी। सोच समझकर पैसा लगाया जाता है। हाई रिस्क के अंतर्गत निम्न इन्वेस्टमेंट की जाती है।
- स्टॉक मार्केट
- इक्विटी म्यूच्यूअल फण्ड इन्वेस्टमेंट
- डेरीवेटिव
2 . मीडियम रिस्क इन्वेस्टमेंट
कुछ इन्वेस्टमेंट मीडियम केटेगरी के अंतर्गत आते हैं। इस तरह के इन्वेस्टमेंट में रिस्क तो रहता है पर वो थोड़ा कम रहता है। जिन लोगों की एक निश्चित आय होती है वो लोग इस तरह की इन्वेस्टमेंट करते हैं। इस तरह के इन्वेस्टमेंट में रिस्क एक निश्चित स्तर पर होता है। इन इन्वेस्टमेंट में डेब्ट और स्टेबिलिटी को ध्यान में रखा जाता है। मीडियम रिस्क इन्वेस्टमेंट के अंदर निम्न इन्वेस्टमेंट आती है।
- बैलेंस्ड म्यूच्यूअल फण्ड
- डेब्ट फण्ड
- इंडेक्स फण्ड
3 . लो (low) रिस्क इन्वेस्टमेंट
लो रिस्क इन्वेस्टमेंट में इन्वेस्टमेंट में लो रिस्क होता है, पर रिटर्न भी उतना ही कम मिलता है। इस तरह की इन्वेस्टमेंट वो ही लोग लेते हैं जिनके पास पैसो का सिमित साधन हैं। ये इन्वेस्टमेंट स्टॉक मार्केट से रेगुलेट नहीं होते बल्कि बैंक और फाइनेंसियल इंस्टीटूशन के हिसाब से चलते हैं। इसमें रिटर्न एक टाइम पीरियड के बाद एक निश्चित अमाउंट पर एक सिमित व्याज मिलता है। इसमें आपका पैसा एक लम्बे टाइम के लिए ब्लॉक रहता है। इस तरह का इन्वेस्टमेंट निम्न हो सकते हैं।
- फिक्स्ड डिपॉज़िट
- बॉन्ड्स
- डिबेंचर
- गवर्नमेंट स्कीम
- रियल स्टेट
भारत में बेस्ट इन्वेस्टमेंट के ऑप्शंस
भारत में इन्वेस्टमेंट बहुत पुराने टाइम से होती आ रही है। पहले लोग सोने और घर में इन्वेस्ट करते थे लेकिन अब इन्वेस्टमेंट का माहौल चेंज हो चुका है। वक़्त के साथ नए-नए तरीके इज़ाद हो गए और अब इन्वेस्टमेंट के बहुत सारे ऑप्शन मौजूद हैं। अब आपको निर्णय लेना है कि आप कहाँ इन्वेस्ट करते हैं। भारत में इन्वेस्टमेंट के कुछ ऑप्शन इस प्रकार हैं –
1 . शेयर मार्केट
शेयर मार्केट एक ऐसा मार्केट है,जो किसी कंपनी या इकाई में स्वामित्व के शेयर का शेयर मार्केट में प्रतिनिधित्व करता हो। शेयर मार्केट में इन्वेस्टमेंट हाई रिस्क इन्वेस्टमेंट है। इसके अंतर्गत आपको इस बाजार की जानकारी होना आवश्यक है, वरना आपके पैसे डूब सकते हैं। जितना रिस्क है उतना ही ज्यादा पैसे आप इस मार्केट से कमा सकते हैं। पर शर्त इतनी सी है कि आप जिस जगह पैसा इन्वेस्ट करना चाहते हैं, उसकी पूरी जानकारी और भविष्य में शेयर कैसा करेगा इसकी जानकारी हो जाए। शेयर मार्केट में 4 तरीकों से ट्रेडिंग की जाती है जो निम्न हैं –
- इंट्राडे ट्रेडिंग
- स्विंग ट्रेडिंग
- शार्ट टर्म ट्रेडिंग
- लॉन्ग टर्म ट्रेडिंग
2 . म्यूच्यूअल फण्ड
म्यूच्यूअल फण्ड इन्वेस्टमेंट एक मीडियम रिस्क इन्वेस्टमेंट है। इसमें इन्वेस्टमेंट को मैनेज करने के लिए इन्वेस्टमेंट मैनेजर होता है जो आपके पैसे को अलग-अलग कंपनी के स्टॉक्स, बांड्स और म्यूच्यूअल फण्ड की अलग -अलग केटेगरी में इन्वेस्ट करता है। इस इन्वेस्टमेंट का अंतर्गत आपको अच्छा रिटर्न मिलता है एक अवधि के अंतर्गत। म्यूच्यूअल फण्ड की पूरी जानकारी के लिए हमारे पिछले आर्टिकल को आप पढ़ सकते हैं – म्यूच्यूअल फंड्स क्या है ? इंडिया के टॉप परफार्मिंग म्यूच्यूअल फंड्स
3 . पब्लिक प्रोविडेंट फण्ड
पब्लिक प्रोविडेंट फण्ड भारत का सबसे विश्वशनीय, सुरक्षित और लम्बी अवधि वाला इन्वेस्टमेंट प्लान है। ये पूरी तरह से कर मुक्त है, न्यूनतम 500 रूपये प्रति वर्ष के साथ इस शुरू कर सकते हैं। बैंक या पोस्ट ऑफिस में खोले गए PPF खाते का तहत पैसा 15 वर्ष के लिए इन्वेस्टमेंट सिमित कर दिया जाता है। जरुरत पड़ने पर 6 वर्ष बाद आशिंक निकासी निकली जा सकती है। इस इन्वेस्टमेंट में भारत सरकार व्याज समय-समय पर हाई और सिमित प्राप्त होती है।
4 . फिक्स्ड डिपॉज़िट
सबसे कम लो रिस्क इन्वेस्टमेंट फिक्स्ड डिपॉज़िट इन्वेस्टमेंट है, और उतना ही कम रिटर्न। इसमें आप अपने पैसो को एक बार इन्वेस्ट करके एक निश्चित अवधि में उसका रिटर्न पाते हैं। फिक्स्ड डिपॉज़िट बहुत ही पॉपुलर इन्वेस्टमेंट है क्योंकि इसमें रिस्क न के बराबर होता है। लेकिन आज की तारीख में इसमें इन्वेस्टमेंट करना सही कदम नहीं है। इसका कारण भी है उसके एक उदहारण से समझ सकते हैं –
जैसे – रहीम ने 5 लाख की फिक्स्ड डिपॉज़िट 10 साल के लिए करायी। उसको 10 साल बाद मिलने वाला धन 10 लाख रूपये है। मान लीजिए उस पैसे पर इंट्रेस्ट ऑफ़ रेट 4% रही। अगर देखा जाए तो आज की तारीख में प्रति वर्ष महंगाई दर 5-8 प्रतिशत के बीच रहेगी। तो अगर 10 साल का हिसाब लगाया जाए तो आपका पैसा नेगेटिव इनवेस्टेड होगा, क्योंकि जितना पैसा इन्वेस्ट किया और जो व्याज के रूप में आपको मिलेगा उससे ज्यादा तो महंगाई रेट में खत्म हो चुका होगा। इसलिए फिक्स्ड डिपॉज़िट एक सही इन्वेस्टमेंट नहीं है।
5 . वरिष्ठ नागरिक बचत योजना
भारत सरकार की तरफ से बरिष्ठ नागरिकों के लिए अलग-अलग योजनाओं से दीर्घकालीन इन्वेस्टमेंट का विकल्प दिया हुआ है। पेंशनर्स को सीनियर सिटिज़न स्कीम में बैंक और पोस्ट ऑफिस सुबिधा उपलब्ध कराती है। ये स्कीम अधिक व्याज दर के साथ सुरक्षित और स्थिर इंवेस्टमेंट कराती है।
6 . रियल स्टेट में इन्वेस्टमेंट
पुराने ज़माने से चला आ रहा इन्वेस्टमेंट आज भी एक अच्छा इन्वेस्टमेंट है। कोई भी प्रॉपर्टी खरीदना और बेचना एक सुरक्षित और अच्छा रिटर्न देने वाला इन्वेस्टमेंट माना जाता रहा है। इसमें इन्वेस्टमेंट से रिटर्न आपके इन्वेस्टमेंट अवधि और परिस्थिति पर निर्भर करता है। भारत में रियल स्टेट ग्रोथ पर है और इसमें इन्वेस्टमेंट आवास, कॉमर्सिअल और विनिर्माण एक अच्छा विकल्प है।
7 . सोने-चांदी में निवेश
ये भी काफी समय से भारत का पसंदीदा इन्वेस्टमेंट सोर्स रहा है। कल से आज तक सोने-चांदी के भाव में जमीन आसमान का फर्क आ चुका है। आधुनिक ज़माने में अब तो इसका अलग से मार्किट भी खुल चुका है जिसे कमोडिटी मार्केट बोला जाता है। इसमें आप ऑनलाइन भी इन्वेस्ट कर सकते हैं।
इसी तरह और भी इन्वेस्टमेंट स्कीम है जिनमे आप इन्वेस्ट कर सकते हैं। जैसे – ULIP, बांड, सरकारी हुंडी इत्यादि।
बेस्ट इन्वेस्टमेंट प्लान
रिस्क,अवधि, इन्वेस्टमेंट और लिक्विडिटी के आधार पर बेस्ट इन्वेस्टमेंट प्लान इस तरह हो सकते हैं –
भारत के 5 सवश्रेष्ठ इन्वेस्टमेंट प्लान | ||||
अवधि | रिटर्न | तरलता | रिस्क | |
शेयर मार्केट | कभी भी बेचा जा सकता है | मार्केट बेस्ड | उच्च | उच्च |
म्यूच्यूअल फण्ड | कभी भी बेचा जा सकता है | मार्किट बेस्ड | उच्च | मध्यम |
PPF | 15 वर्ष | लगभग 7.1% | 6 वर्ष बाद आंशिक निकाशी | बहुत कम |
वरिष्ठ नागरिक बचत योजना | 5 वर्ष | लगभग 7.5% | कम | बहुत कम |
रियल स्टेट | कभी भी बेचा जा सकता है | मार्केट बेस्ड | मध्यम | कम |
नोट – उपरोक्त डाटा अब तक के अनुमानित रिसर्च पर आधारित है। |
बेस्ट इन्वेस्टमेंट प्लान हाई रिटर्न के साथ
शार्ट टर्म इंवेस्टमेन के साथ हाई रिटर्न पाना अपनी रिस्क लेवल को इंक्रीज करना होता है। कुछ हाई रिटर्न इन्वेस्टमेंट इस प्रकार है –
- शेयर मार्केट में इन्वेस्टमेंट में आपको हाई रिटर्न मिल सकता है, वो भी थोड़े समय में। ध्यान देने बात इसमें है कि पैसा जानकारी के साथ इन्वेस्ट करें।
- म्यूच्यूअल फण्ड में इन्वेस्टमेंट एक अच्छा प्लान है। इसमें अवधि के अनुसार थोड़ा-थोड़ा इन्वेस्ट करें।
- पब्लिक प्रोविडेंट फण्ड में आप हाई रिटर्न के लिए इन्वेस्ट कर सकते हैं, पर इसमें रिटर्न के लिए थोड़ा इन्तजार करना पड़ता है।
- फिक्स्ड डिपॉज़िट में एक अवधि के बाद अच्छा रिटर्न मिलता है।
- रियल स्टेट में इन्वेस्टमेंट एक अच्छा उदहारण है, हाई रिटर्न के लिए।
निष्कर्ष
उपरोक्त विवरण से स्पष्ट है कि हाई रिस्क ऑप्शंस हाई रिटर्न भी देते हैं। इन्वेस्टमेंट आप कभी भी शुरू कर सकते हैं। छोटे-छोटे फण्ड को एक बड़ा फण्ड बना सकते हैं। शेयर मार्किट, मुटुअलफ फण्ड, प्रोविडेंट फण्ड या रियल स्टेट सब इन्वेस्टमेंट में एक चीज कॉमन है कि सभी इन्वेस्टमेंट से फ्यूचर सिक्योर होता है। पैसे से पैसा बनता है। बहुत लोग इसका फ़ायदा उठा रहे है तो आप क्यों नहीं ?
FAQ
Q 1. SIP इन्वेस्टमेंट प्लान क्या है ?
ANS. म्यूच्यूअल फण्ड के अंतर्गत एक SIP(सिस्टेमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) एक प्लान है। इसके अंतर्गत आप किसी भी एक अवधि में पैसे इन्वेस्टमेंट करके रिटर्न प्राप्त कर सकते है। SIP को पूरा जानने के लिए इस आर्टिकल पर जायें – SIP क्या है ? सिप इन्वेस्टमेंट और कैलकुलेट कैसे करें ? जानिये !
Q 2. क्या लो रिस्क प्लान में हाई रिटर्न नहीं मिल सकता ?
ANS. नहीं, लो रिक्स प्लान मार्केट के हिसाब से नहीं चलता। उस पर बैंक और फाइनेंसियल इंस्टीटूशन की अथॉरिटी होती है और वो ही उसका व्याज तय करते हैं।
Q 3. फिक्स डिपॉज़िट प्लान इन्वेस्टमेंट के लिए कैसा होता है ?
ANS. FD सबसे लो रिस्क वाला प्लान है। इसमें कुछ अंतराल के बाद रिटर्न भी मिलता रहता है। लेकिन दीर्घ अवधि में इस इन्वेस्टमेंट का कोई फ़ायदा नहीं होता क्योंकि महंगाई दर उसके हिसाब से बढ़ती रहती है।
Q 4. सैलरी वालो के लिए सबसे अच्छा प्लान कोनसा है ?
ANS. म्यूच्यूअल फण्ड का SIP प्लान या पब्लिक प्रोविडेंट फण्ड सबसे अच्छा है।
Q 5. वरिष्ठ नागरिकों के लिए सबसे अच्छा प्लान कौनसा है ?
ANS. प्लान चूज करना आपको चॉइस पर होता है। आमतौर पर वरिष्ठ नागरिकों के लिए वरिष्ठ नागरिक वचत योजना सबसे अच्छा प्लान है।