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एक्वेरियम का बिज़नेस कैसे चालू करें ? मोस्ट प्रॉफिटेबल बिज़नेस !

दोस्तों एक्वेरियम क्या है ? ये कैसा बिज़नेस है? इसमें क्या होता है ? इसमें किस-किस चीज की जरुरत होती है ? कितनी लागत आयेगी  ? ऐसे तमाम question आपके दिमाग में चल रहे होंगे अगर अपने एक्वेरियम का नाम पहले नहीं सुना होगा तो और अगर सुना भी होगा तो भी इस बिज़नेस से रिलेटेड तमाम questions होंगे। अगर ऐसा है तो आप इस article को रीड कीजिये आपके सारे सवालों के जवाब इस article में मिलेंगे।  दोस्तों आप कभी न कभी किसी होटल, हॉस्पिटल , एयरपोर्ट्स या किसी के घर में एक पारदर्शी टैंक देखा होगा जिसमे तरह-तरह की Fishes और अन्य वाटर creature  उसमे नज़र आये होंगे उन्हें देखकर आपको अच्छा भी लगा होगा तो दोस्तों ये पारदर्शी टैंक है  एक्वेरियम। ये एक्वेरियम जो आँखों को सुकून पहुंचाता है मन को शांत करता है तथा वास्तु  शास्त्र  के हिसाब से जिसे शुभ माना जाता हो जो आजकल हर घर, होटल और ऐसे जगह जहां इनकी जरूरत पड़ती हो वहां इनका उपयोग किया जाता है। अब जहाँ से इनको ख़रीदा जाता हो वो शॉप एक्वेरियम को बेचती है और अच्छा खासा मुनाफा भी कमाती है तो इस तरह का बिज़नेस को ही एक्वेरियम बिज़नेस कहते  है।

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एक्वेरियम क्या है और इसकी जरूरत क्यों पड़ी

एक्वेरियम एक ऐसा कांच का घर जिसमें तरह -तरह मछलियां और अन्य जलचर निवास करते हैं या उनको रखा जाता है।  इसे मछलीघर भी कहा जा सकता है। एक्वेरियम का इस्तेमाल घरों की सजावट, तनाव मुक्ति तथा वास्तु के लिए किया जाता है। होटलो के रिसेप्शन पर, डॉक्टर्स के घरों और क्लीनिक पर, घरों के ड्राइंग रूम में और कार्यलयों में एक्वेरियम देखे जा सकते हैं और जहाँ से ये एक्वेरियम खरीदे जाते हैं उस शॉप को एक्वेरियम शॉप कहा जाता है। वैसे ये मछलीघर कोई ऐसा सामान तो नहीं जिसके बिना लोग नहीं रह सकते पर लोगो की इसकी ऐसी क्या जरुरत क्या पड़ी जो लोग एक्वेरियम को खरीदते हैं। बहुत से डॉक्टर्स एंड सइंस्टिस्ट ने रिसर्च किया और ये पाया की मछली और दूसरो जलचरो को देखने से मन को शांति और सुकून मिलता है, Mind शांत रहता है और आँखों की रौशनी अच्छी होती है।  इसी तरह वास्तु शास्त्र के विद्वानों ने ये बताया कि एक्वेरियम की वजह से घर में शांति, समृद्धि और धन की प्राप्ति होती है तथा जहाँ ये रखे जाते है वहां से घर के वास्तु में पॉजिटिव एनर्जी फैलती है। अतः इन सब बेनिफिट्स की वजह से घरों में ,ऑफिसेस में और हर बड़े जगह जहाँ इन चीजों को समझा जाता है वहां एक्वेरियम को रखा जाता है और साथ ही जहाँ ये रखा जाता है वो प्लेस बहुत अच्छा लगता है। कुछ लोगों की जीवो से ज्यादा लगाव होता है जिसकी वजह से वो इन्हे पालते भी है। इसी वजह से ये एक्वेरियम को लोग अब ज्यादा ख़रीदा जा रहा है।

एक्वेरियम का बिज़नेस शुरू कैसे करें

एक्वेरियम का बिज़नेस शुरू करने से पहले हमें इस बात का ध्यान रखना होगा की ये बिज़नेस बिना तकनीकी ज्ञान के बगैर नहीं हो सकता क्योकि मछली को पालना उनका पानी चेंज करना उनका रख रखाव करना एक अच्छे एवं कुशल कारीगर की देखरेख में ही किया जा सकता है।  इसके लिए मालिक के साथ-साथ वहां काम करने वाले लोगों को भी ट्रेनिंग की जरूरत पड़ेगी उसके लिए पहले से चल रहे एक्वेरियम  हाउस में जाकर सारी जानकारी ले लेनी होगी। ट्रेनिंग लेने के बाद ही आप अपना एक्वेरियम का बिज़नेस अच्छे से चला पाएंगे।  इसके बाद इस बिज़नेस को शुरू करने के लिए किन चीजों  की जरुरत होगी उसकी जानकारी अब आगे लेते हैं।

मार्केट रिसर्च

मार्केट रिसर्च किस भी बिज़नेस का सबसे पहला कदम होता है और सबसे ज्यादा जरुरी भी क्योंकि ये मार्केट रिसर्च ही किसी भी बिज़नेस को ऊंचाइयों तक पहुंचा सकता है और उसे नीचे गिरा भी सकता है।मार्केट रिसर्च के लिए आपको सबसे ज्यादा जरुरी है कि जहाँ आप अपना एक्वेरियम का बिज़नेस करना चाहते हैं वहां आप एक्वेरियम का मार्केट देखें। वहां की लोकैलिटी में कितनी purchasing पावर है? कितना पॉश इलाका है ? वहां जिन-जिन चीजों की जरूरत होती है एक एक्वेरियम के लिए वो वहां मिलेगा या नहीं। अगर पहले से वहां एक्वेरियम का बिज़नेस हो रहा है तो आप वहां से भी जानकारी ले सकते हैं।

अच्छी shop तैयार करना

एक्वेरियम की शॉप तैयार करने के लिए उस शॉप को सबसे पहले main मार्केट में लें जिससे purchasing पावर इंक्रीज हो। भीड़-भाड़ वाले इलाके में लेने से एक्वेरियम खरीदने की प्रोबिलिटी बढ़ जाती है। साथ ही इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि शॉप का एग्रीमेंट एक मुनासिफ time period के लिए हो क्योंकि shop को जमने और उसका लोगों तक पहुंचने में थोड़ा टाइम लगता है।  शॉप से सम्बंधित सारे दस्तावेज को ध्यान से पढ़ लेना आवश्यक है तभी एक अच्छा एग्रीमेंट तैयार होगा। एक अच्छी शॉप तभी मानी जाएगी जब कस्टमर आये तो उसे वो हर एक चीज की जानकारी दी जाए जिसके लिए वो वहां आया है साथ ही एक अच्छा देक्योरियम और रिस्पांस ही एक अच्छा ग्राहक बनाता है इसलिए अपनी शॉप पर clean और quality दोनों को ही बेहद मैनटेन रखने की जरुरत होती है। शॉप का इंटीरियर भी ऐसा होना चाहिए जो मन को आकर्षित करें क्योंकि जो एक्वेरियम को खरीदने आएंगे वो उसके वो खुद उस चीज का बड़ा ख्याल रखते हैं।

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एक्वेरियम को तैयार करने के लिए रॉ मटेरियल

एक्वेरियम निर्माण करने के लिए रॉ मटेरियल कुछ इस तरह होगा –

  1. एक निश्चित नाप पर कटे हुए कांच के टुकड़े जिनमे आयताकार, वर्गाकार , त्रिभुजाकार इत्यादि  जो की एक्वेरियम को मनचाहा शेप देने लायक हो।
  2. ऊपर ढ़कने का ढक्कन जो पलास्टिक या लकड़ी से बना हो जिसमे बल्ब या tubelight लगी हो।
  3. बिभिन्न आकृति के छोटे -छोटे पत्थर जो दिखने में बहुत सुन्दर रगीन दिखाई देते हों।
  4. एक फ़िल्टर जो पानी को साफ़ करता हो।
  5. एक ऑक्सी एरेटर जो पानी में ऑक्सीज़न के मात्रा मेन्टेन करता हो।
  6. फ्लोरेंस ट्यूब लाइट।
  7. कृतिम या नेचुरल जलीय पादप।
  8. एक्वेरियम स्टैंड।
  9. सिनिरी बैकग्राउंड में लगाने हेतु।
  10. सिलिकॉन गम।
  11. कृतिम खिलोने।
  12. तापमान को मेन्टेन रखने के लिए थरमोटेस्ट।
  13. एक हीटर सर्दियों के लिए।
  14. तरह-तरह की रंगीन मछलियां और जलीय जीव इत्यादि।

उपरोक्त लिस्ट के हिसाब से आप अपना ऐसा सप्लायर चुने जो आपको किसी चीज की कमी न रहने दे और जो इस काम का अनुभव रखता हो और मांग ज्यादा होने पर अपनी सप्लाई बंद न करे।  उपकरण और मेन्टेन्स का ख्याल रखता हो।

लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन

अगर आपने ये शॉप खुद खोली है तो आपको एक्वेरियम shop की प्रोपरईटरशिप के लिए रजिस्टर करना होगा क्योकि इसके लिए बिज़नेस ऑनलाइन पोर्टल पर करा सकता है या फिर अपने किसी पास के किसी चार्टेड अकॉउंटेंट के पास जाकर अपना सारा लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन के सम्बंधित सारा काम करा सकते है और साथ ही GST का रजिस्ट्रेशन भी। आपका CA आपकी लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन रेलेटेड सारा काम लीगल और सही जानकारी के साथ करा देगा।

3 से 6 महीने के अंदर शुरू करें कमाई

ग्लोबल राजस्थान एग्रोटेक मीट में आये मत्स्य पालन के विषेशज्ञों के अनुसार एक्वेरियम में सीड डालने के बाद 3 से 6 माह के अंदर ही इन्हे बेचा जा सकता है लेकिन ध्यान में रखना चाइये कि एक एक्वेरियम फार्मिंग में एक ही प्रकार की मछली राखी जाये जैसे गोल्डन फिश या गाफी फिश की एक ही प्रजाति के लिए सीड होगी उसकी क्षमता अनुसार ताकि हर 3 से 6 माह के अंदर नयी मछलियां आ सकें और उन्हें एक्वेरियम बनाकर उन्हें बेच सकें। इस तरह आप एक्वीरियम को बेचकर महीने में 1 से 2 लाख के बीच शुरू के 6 माह में कमा सकते हैं।

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एक्वेरियम शॉप कब नुक्सान में जाती है

एक्वेरियम शॉप के लिए कुछ ख़ास बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए जो इस तरह हैं –

  • आपको अपना मार्किट सही से चयन करना होगा जहाँ एक्वेरियम को बनाने और बेचने में किसी तरह की कोई मुश्किल न आये।
  • जो एक्वेरियम बन चुके हैं उनका विशेष ध्यान रखना होगा जिससे मछलियां अच्छी और तरोताजा दिखे।
  • समय -समय पर पानी को बदलना , मरी मछलियों को टाइम से निकलना और अच्छी मछलियों को अच्छे बातावरण में रखना।
  • अपनी सर्विस को चुस्त और दुरस्त बनाना जिससे ग्राहक को किसी तरह की परेशानी न हो।
  • ग्राहक को भी अच्छे से ट्रेनिंग देना जिससे वो भी इस बात का ख्याल रख पाएं।
  • अपना अच्छा व्यवहार बनाना।

अगर आप उपरोक्त बातों का ध्यान नहीं रखोगे तो आपकी शॉप नुकशान में जा सकती है इसलिए इन बातों का ध्यान रखना बेहद आवश्यक है।

निष्कर्ष

उपरोक्त तथ्यों के आधार पर आप अपना एक्वेरियम बिज़नेस को अच्छे से चला पाएंगे लेकिन इन सारी चीजों के अलावा भी एक बात और है कि आप अपने बिज़नेस में ईमानदार बने रहेंगे क्योंकि बिज़नेस वो ही चलता है जहाँ इंसान अपनी ईमानदारी दिखाए फिर चाहे वो अच्छी मछलियों के चयन करने में हो या फिर अच्छी सर्विस देना हो। ये सब आप अच्छे से जानते होंगे इसलिए जो अब इस बिज़नेस जो लोग करना चाहते हैं उनके हम्हारी तरफ से Best of Luck और आशा करता हूँ कि ये Article आपके लिए मददगार साबित हो।

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