covid19 महामारी से हम सब फाइट कर रहे हैं। पहली लहर के बाद दूसरी लहर भी निकल गयी और कितना नुकसान करके गयी थी हममें से कोई अछूता नहीं रहा। covid19 vaccination पूरी इंडिया में चल रहा है। कोविदशील्ड और कोवाक्सिन दोनों ही बड़े पैमाने पर भारत में वैक्सीन दी जा रही हैं। अब एक और अच्छी और नयी खबर आयी है कि दिसंबर तक जॉनसन एंड जॉनसन की तरफ से हमें one डोज़ वैक्सीन मिलने जा रही हैं जिसकी सिर्फ एक डोज़ ही covid19 से लड़ने में सक्षम होगी।
single dose covid19 vaccine
single dose vaccine मतलब सिर्फ एक डोज़ में एक बार ही वैक्सीन लगेगी जो covid19 से लड़ने में सक्षम होगी। ये वैक्सीन दिसम्बर से भारत में उपलब्ध हो जयेगी। जॉनसन एंड जॉनसन की ओर से आने वाली ये सिंगल डोज़ वैक्सीन बहुत ही कारगर साबित होगी। कंपनी से चीफ साइंसटिस्ट पॉल स्टॉफ़ेल्स ने कहा है कि भारत सरकार ने पिछले माह में ही इसकी मंजूरी दे दी गयी थी। भारत में कोविदशील्ड के अलावा जॉनसन एंड जॉनसन के टीके को ही WHO ( विश्व स्वास्थ सगंठन ) का अप्रूवल प्राप्त है।
Biological E Ltd. सिंगल डोज़ वैक्सीन का निर्माण करेगा
जॉनसन एंड जॉनसन के भारत में पार्टनर कंपनी बायोलॉजिकल इ लिमिटेड इस वैक्सीन का निर्माण करेगी। कंपनी की ओर से बोला गया है कि मैन्युफैक्चरिंग प्लांट और टीके के निर्माण को अंतिम रूप दिया जा रहा है और वैक्सीन को वैलिडेट किया जा रहा है। जॉनसन एंड जॉनसन ने पूरी दुनिया में अब तक 70 करोड़ वैक्सीन को सफलतापूर्वक दिया जा चुका है। सीरम इंस्टिट्यूट की कोविदशील्ड, बायोटेक की कोवेक्सीन, रूसी स्पूतनिक और जाइडस कैडिला की zycov-D के बाद जॉनसन एंड जॉनसन की ये पांचवी वैक्सीन भारत में उपलब्ध दिसम्बर तक हो जयेगी।
सिंगल डोज़ covid19 vaccine की अहमियत
दूसरी लहर के परिणाम आप देख ही चुके हैं। कई शहरों और राज्य में मई माह के दौरान फिर से लॉक डाउन लगाना पड़ गया था। एम्बुलेंस की कतारें हॉस्पिटल के सामने लगी हुई थी और ऑक्सीज़न की कमी से लोगों का मरना अभी तक अंदर से झकजोहरने वाली फीलिंग होती है। ऐसे में अगर तीसरी लहर का सामना करने को मिले तो वाक़ई इसके दुष्परिणाम का अंदाजा लगाना भी मुश्किल होगा। अभी जो वक्सीनेशन भारत में चल रही है वो भारत की आवादी को देखते हुए पर्याप्त नहीं हो सकती।
सरकार ने दिसंबर तक पूरे भारत में 100% वैक्सीनेशन करने का वादा किया था पर आवादी को देखते हुए अभी तक आवादी का मात्र 20% ही वैक्सीन को दोनों डोज़ लग पाया है। केरल और महाराष्ट्र राज्य में अभी जिस तरह covid19 के केसेज बढ़ रहे हैं उससे तीसरी लहर आने की बात को नाकारा नहीं जा सकता। ऐसे में जॉनसन एंड जोंसन की सिंगल डोज़ वैक्सीन लगने के बाद बहुत हद तक तीसरी लहर को आने से रोक सकते हैं। कोरोना के डेल्टा और Mu वैरिएंट से भी उभरने में इस वैक्सीन से मदद मिलेगी।
जॉनसन एंड जॉनसन covid19 वैक्सीन रिस्क फैक्टर
इस वैक्सीन में रिस्क न के बराबर है ये कई देशों में उपयोग में ली जा चुकी है और 70 करोड़ वैक्सीन लोगों को दी जा चुकी है। भारत में जिस तरह कोविदशील्ड और कोवैक्सीन के साथ और भी जो वैक्सीन ली जा रही हैं ये वैक्सीन भी उसी तरह की है अतंर बस इतना है की वो दो डोज़ में दी जा रही हैं और इसके लिए एक ही डोज़ काफी है। कुछ इफ़ेक्ट वैक्सीन के लगने के बाद होने वाले निम्न होंगे –
- इंजेक्शन लगने के बाद स्वैलिंग, रेडनेस और मस्सल्स पैन हो सकता है।
- जनरल साइड इफेक्ट्स में हल्का फीवर, मस्सल पैन, थकान और सर दर्द जैसी शिकयत हो सकती है।
- एक दो दिन तक भूख न लगना।
तीसरी लहर और कोरोना पर जल्दी काबू पाने के लिए आप सबसे अनुरोध है कि आप जल्द से जल्द अपनी वैक्सीन लें और भारत को covid19 free देश बनायें। मैं अपने देश और अपनों के साथ हूँ क्या आप हैं ?